स्थिति यह है कि इस समय गांवों में मौतें हो रही हैं, लेकिन लोग इसे बुखार और खांसी से बीमार मान रहे हैं। कई गांवों में, लोगों ने अपने घरों में खुद को बंद कर लिया है। इनमें से कुछ गांवों में, लोग कोरोना से मरने वाले लोगों को कंधा देने के लिए भी नहीं मिल रहे हैं। सोचिए कि स्थिति कितनी खराब है।
अभी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में संक्रमण की खबरें हैं। लेकिन यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि वहां कितना संक्रमण फैला है।
क्योंकि गांवों में कोरोना के परीक्षण की कोई सुविधा नहीं है और न ही उपचार की कोई व्यवस्था है। कोई परीक्षण सुविधा नहीं है, कोई उपचार सुविधा नहीं है, और कोई दवा नहीं है।
एक कठिनाई यह भी है कि जो लोग संक्रमित हैं या संदेह करते हैं कि वे संक्रमित हो सकते हैं, टेस्ट कराने के लिए वे जिला मुख्यालय के कोविड केंद्र में नहीं जाना चाहते हैं। इन लोगों का मानना है कि उन्हें कोरोना नहीं हो सकते।
देश की आधी से अधिक आबादी गांवो में...
भारत में लगभग साढ़े छह लाख गाँव हैं, जिसमें लगभग 90 करोड़ लोग रहते हैं, और 45 करोड़ लोग शहरों में रहते हैं। यानी हमारे देश की आधी से ज्यादा आबादी गांवों में रहती है, जो अब तक कोरोनोवायरस से बची हुई थी। लेकिन अब यह संक्रमण उन तक भी पहुंच गया है और यह स्थिति ठीक नहीं है।
वर्तमान में, भारत में संक्रमित रोगियों की कुल संख्या 27 मिलियन है, जिनमें से अनुमान है कि लगभग 80 प्रतिशत रोगी बड़े शहरों में रह रहे हैं। 18 से 19 प्रतिशत छोटे शहरों में हैं और एक प्रतिशत से भी कम गाँवों में हैं। अब अगर यह संक्रमण शहरों की तरह गांवों में भी फैलता है, तो यह आशंका है कि करोड़ों लोग प्रभावित होंगे और यह आंकड़ा भारत के लिए अच्छा नहीं होगा।
गावों में न डॉक्टर, न स्वास्थ्य कर्मी, न आवश्यक दवाएं, न ही कोरोना टेस्टिंग की सुविधा
गांवों में कोरोना स्क्रीनिंग और कोरोना उपचार की सुविधा नहीं है। हालाँकि हमारे देश के 90 करोड़ लोग गाँवों में रहते हैं, लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि गाँवों में न तो बड़े अस्पताल हैं और न ही डॉक्टर हैं।
वर्तमान में, देश के केवल 6.5 मिलियन गांवों में प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की संख्या केवल 25 हजार है। केवल साढ़े पांच हजार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) हैं, और स्वास्थ्य उप केंद्रों (Health Sub Centers) की संख्या 1.5 लाख है।
बड़ी बात यह है कि इन सभी केंद्रों पर न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही स्वास्थ्य कर्मचारी और न ही आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं ना ही कोरोना टेस्टिंग की सुविधा। ऐसी स्थिति में, यदि संक्रमण एक पूरे गांव में फैलता है, तो सभी लोगों का इलाज करना संभव नहीं होगा। यही कारण है कि शहरों की तुलना में गांवों में संक्रमण को लेकर अधिक चिंता बढ़ रही है।
गांवों में फर्जी डॉक्टर कर रहे है लोगों का इलाज
गांवों में डॉक्टरों की संख्या कम है और फर्जी डॉक्टरों की संख्या अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 2016 में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 57 प्रतिशत डॉक्टर फर्जी हैं, और उनमें से अधिकांश गांवों में लोगों का इलाज करते हैं। इस समय भी ऐसा ही हो रहा है।
गाँव के लोग खुद यह मानने को तैयार नहीं हैं कि उन्हें भी कोरोना वायरस हो सकता है। पिछले वर्ष में, कोरोनावायरस भारत के शहरों तक ही सीमित हो गया है और कुछ लोग इस बीमारी को शहरों की बीमारी कहते हैं।
गांवों के लोगों का मानना है कि वे शुद्ध हवा में सांस लेते हैं, अच्छा और पौष्टिक भोजन खाते हैं, और पिज्जा-बर्गर नहीं खाते हैं, इसलिए उन्हें यह संक्रमण नहीं हो सकता है। जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना का नया वैरिएंट कई मामलों में मजबूत इम्यून सिस्टम को भेदने में सक्षम है।
Follow Us On :
- Vegan में आप किस तरह का खाना खा सकते है क्या है इसके फायदे और नुकसान
- वीगन आहार अपनाना बच्चों और गर्भवती महिलाओं के साबित हो सकता है खतरनाक
- वीगन डाइट अपनाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है या बुरा, जानिए विशेषज्ञ इस डाइट की क्यों कर रहे है वकालत ?
- उबली हुई चाय की पत्तियों के ये 5 फायदे जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
- वाइन शराब से बेहतर क्यों है? साथ ही जानिए, वाइन किस-किस चीज से बनाई जाती है
- ‘अजीनोमोटो (Ajinomoto)’ जो आपके खाने का स्वाद तो बढ़ाता है, लेकिन आपकी कीमती जान का दुश्मन भी है
- घर बैठे इन पांच चीजों का सेवन कर अपनी इम्युनिटी पॉवर कर सकते है बूस्ट
- अजवाइन की चाय फ्लेवर के साथ हमारी सेहत का भी रखती है ख्याल, जानिए क्या है इसके फायदे
- टमाटर का ज्यूस (Tomato Juice) आपके इम्यूनिटी सिस्टम को इस तरह करता है मजबूत
- Black Fungus Infection आपकी आंखो की रोशनी के साथ आपकी जान भी ले सकता है, जानें कितना खतरनाक है ये इंफेक्शन
- डायबिटीज को इस तरह से किया जा सकता है कंट्रोल..अपनाये ये तरीके
- गर्मियों में पुरुष इन तरीकों को अपनाकर रख सकते है अपनी स्किन की देखभाल
- जी-स्पॉट है क्या और ये होता कहां है, आखिर गूगल भी क्यों नहीं बता पा रहा ?
- ये नेचुरल लुब्रिकेंट्स (Natural Lubricants) आपके सेक्स अनुभव को बनाते है खास
- बुढ़ापे में रखें इस तरह ध्यान तो हमेशा रहेंगे स्वस्थ, मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए अपनाए ये तरीके...
- जितना कहा जाता है उतना गुणकारी नहीं है दूध, फिर भी गाय पर क्रुरता कर रहा इंसान
- कॉफी (Coffee) पीने के फायदे अधिक या नुकसान...
- बुर्के के अलावा मुस्लिम महिलाओं के कई अन्य कपड़ों की भी अक्सर चर्चा होती, जानिए कौनसे है वो ?
- ये तीन योगासन करने से पीरियड्स के दौरान नहीं होगा दर्द...
- यदि लड़कियों में है ये 5 गुण तो शादी के बाद अपने ससुराल में हमेशा रहती है खुश
- गर्मियों में चिलचिलाती धूप से चेहरे की चमक गायब होने का है डर, तो करें ये उपाय
- मार्क्सवाद क्या है, दुनिया को इस तरह के विचारों की जरूरत क्यों पड़ी ?मार्क्सवाद के मौलिक सिद्धांत : 20 वीं सदी में दुनिया के एक बड़े हिस्से को प्रभावित करने वाली विचारधारा
- रूस और चीन में मार्क्सवाद, मार्क्सवाद ने दुनिया को कैसे विभाजित किया ?
- भारत में मार्क्सवाद और मार्क्सवादी विचारों का प्रवेश, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना
- पूंजीवाद क्या है, पूंजीवाद ने इन देशों के आर्थिक विकास में बहुत योगदान दिया है?
- दुनिया में ऐसे तानाशाह भी हुए जिन्होनें क्रुरता की सारी हदें पार दी, जानिए कुछ ऐसे ही तानाशाहों के बारें में
- अगर सरदार पटेल नहीं होते तो आज भारत का नक्शा कैसा होता ?
- कहां से शुरू हुआ पाकिस्तान-चीन की दोस्ती का सफर, दोनों की दोस्ती की वजह क्या भारत भी रहा ?
- ताइवान और चीन ने कैसे शुरू किया झगड़ा ? कब लागू हुई 'वन चाइना पॉलिसी'
- "कोई तो रोक लो इस कोरोना को...",गांवों में तेजी से फैलता संक्रमण और बदहाल चिकित्सा सुविधाएं
- कब्रिस्तानों और श्मशान में शवों के ढेर, असहाय अस्पताल, ऑक्सीजन के लिए भटकते परिजन.....
- बाहर घर में या कहीं भी लग रहा है करंट का झटका तो 5G हो सकता है कारण ?
- भारत में हो रही रिकॉर्ड मौतों का कारण कोरोना नहीं..5G टेस्टिंग है, जानिए सच्चाई ?
- दुनिया की 10 बड़े नेताओं की दिल दहला देने वाली हत्याएं
- इन खूबसूरत विरासतों को आतंकवादियों ने तबाह कर दिया
- आईपीएल के इतिहास में अब तक के टॉप 10 सबसे लंबे छक्कें
- अंडरवर्ल्ड दाऊद का क्या है बॉलीवुड कनेक्शन, दाऊद के जीवन को बड़े पर्दे पर दिखाने के लिए बॉलीवुड इतना उत्सुक क्यों है?
- रामायण काल में अगर ये 5 महिलाएं नहीं होती, तो न भगवान राम होते ना ही रावण
- वाल्मीकि की 'रामायण' और तुलसी दास की 'रामचरितमानस' दोनों ग्रंथों में समानता और अंतर ?
- रामायण के वो पांच महाझूठ जिन्हें बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया
- भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिए गीता के ये 6 उपदेश जीवन को सफल बनाने में करते है मदद
- महाभारत : कुरुक्षेत्र की लड़ाई के सबसे बड़े खलनायक धृतराष्ट्र ने किये थे ये पाप
- कर्ण और अर्जुन के संग्राम में कर्ण का वध कैसे हुआ ?
- 7 ऐसे कारण हैं जो नहीं होते तो कर्ण का अर्जुन के हाथों मरना असंभव होता
- 'हिरण्यकश्यप अपने पुत्र प्रहलाद को क्यों मारना चाहता था', जानिए होलिका दहन से जुडी सबसे लोकप्रिय पौराणिक कथा ?
- हिंदू मान्यताओं में चैत्र माह के पहले दिन को ही क्यों मनाया जाता है नववर्ष
No comments:
Post a Comment