बुर्ज खलीफा का ढांचा (Structure)
इस बिल्डिंग को बनाने के लिए इंजीनियर के पास सिर्फ 6 साल थे, जिसमें उसे यह पूरी बिल्डिंग बनानी थी, बुर्ज खलीफा का निर्माण 6 जनवरी 2004 को शुरू हुआ, दुबई के प्रॉपर्टी डेवलपर एमआर ने बुर्ज खलीफा को डिजाइन किया। अमेरिका के आर्किटेक्चर स्किडमोर ओविंग्स एंड मेरिल को जिम्मेदारी दी गई थी, जिन्होंने इससे पहले कई बड़ी इमारतों के ढांचे तैयार किए थे, लेकिन इतनी बड़ी इमारत की संरचना तैयार करने में वे भी पीछे रह गए।
लेकिन इतनी बड़ी इमारत का स्ट्रक्चर तैयार करने में उनके भी हाथ पांव फूल गए, जिसके बाद दिन रात एक कर के इन्होंने बुर्ज खलीफा के स्ट्रक्चर को तैयार कर लिया, और वह था buttress स्ट्रक्चर जो पहली बार बुर्ज खलीफा के लिए इस्तेमाल किया गया।
उसी फर्म के एक आर्किटेक्ट एड्रियन स्मिथ को बुर्ज खलीफा को डिजाइन करने का काम दिया गया था। लेकिन इमारत को खुद डिजाइन करने में 3 साल लगने वाले थे और बाकी 3 साल में पूरी बिल्डिंग तैयार करना संभव नहीं था, इसलिए बुर्ज खलीफा की खुदाई का काम शुरू किया गया और साथ ही डिजाइन बनाने का काम भी जारी रहा। .
लेकिन जब बुर्ज खलीफा की संरचना के लिए खुदाई की जा रही थी, तब एक और परेशानी खड़ी हो गई क्योंकि बुर्ज खलीफा के ढांचे के लिए जिस जमीन पर खुदाई की जा रही थी, वहां की जमीन में सिर्फ छोटे छोटे पत्थर और रेतीली जमीन थी, जो एक बड़ी बिल्डिंग की बुनियाद रखने के लिए बिल्कुल सही नहीं है। लेकिन साइंस के एक फार्मूले फिक्शन ने उनकी यह समस्या सुलझा दी बता देगी बुर्ज खलीफा का स्ट्रक्चर और वजन जमीन और पाइप कि साइट्स पर बनी ग्रीप पर टिकी हुई है।
इंजीनियरों ने इस इमारत के नीचे 50 मीटर की गहराई तक 192 बहुत मजबूत पाइल्स डाले हैं, क्योंकि इस संरचना को इस इमारत के 500000 टन से अधिक भार को संभालना है।
बुर्ज खलीफा का ढांचा तैयार होने के बाद इसके निर्माण की बारी आय़ी। बुर्ज खलीफा के निर्माण का काम दक्षिण कोरिया की एक जानी-मानी कंपनी सैमसंग सी एंड टी कॉरपोरेशन को दिया गया था, जो पहले से ही तायइपे 101 जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर चुकी थी। सैमसंग सी एंड टी कॉर्पोरेशन को दिया गया काम इतना बड़ा था कि इसे बेल्जियम की बेसिक्स और यूएई की मदद लेनी पड़ी, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया गया और इस इमारत को जल्द से जल्द बनाने के लिए wingfost कंक्रीट से जम्प फार्मिंग प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया
इस प्रक्रिया में बेस में मोल्ड बनाकर स्टील वीगफोर्समेंट वाले हिस्से को टेंपर्ड किया जाता है और उसमें कंक्रीट भर दी जाती है। और जब कंक्रीट सेट हो जाती है, तो मोल्ड को ऊपर की मंजिल बनाने के लिए उठा लिया जाता है, और उसी प्रक्रिया को दोहराया जाता है। इस प्रक्रिया से इमारत के एक तरफ निर्माण दल एक के बाद एक मंजिलों का निर्माण करता रहा। लेकिन हाइट बढ़ने के बाद एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई, समस्या यह थी कि जो कंक्रीट ऊपर के सांचों में डालने के लिए बनाई जा रही थी, वह अधिक गर्मी और अधिक ऊंचाई के कारण ऊपर जाते ही सूख गई।
इसके लिए टीम ने एक ऐसा कंक्रीट बनाया जो इमारत के शीर्ष तक पहुंचने तक तरल रहेगा और उस कंक्रीट मिश्रण को इमारत के शीर्ष तक जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए निर्माण टीम ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली 3 कंक्रीट पंपों का इस्तेमाल किया। जिसने इस काम को अंजाम दिया।
बुर्ज खलीफा का कंस्ट्रक्शन (निर्माण)
इमारत की सभी मंजिलों का निर्माण किया गया लेकिन उसके शीशे के पैनल लगाए जाने बाकी थे, आपको बता दें कि बुर्ज खलीफा पर कुल 24000 क्लास पैनल लगने वाले थे। लेकिन बुर्ज खलीफा पर लगने वाले कांच के पैनल लगाने से बुर्ज खलीफा के अंदर का तापमान लगभग 100 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिसके अंदर इंसानों का रहना संभव नहीं है। तो इंजीनियरों के सामने एक और नई मुश्किल आ गई। और इस मुश्किल से निकलने में 18 महीने लग गए और उसके बाद Jone Zearfa नाम के एक इंजीनियर ने इस मुश्किल से निकलने का उपाय बताया लेकिन वो उपाय बहुत महंगा था।
जोन ने एक गिलास बनाया जो सूरज से यूवी किरण को वापस परावर्तित करता था। जिससे अंदर का तापमान सामान्य बना रहा। लेकिन इस एक क्लास पैनल की कीमत 2000 डॉलर थी और बुर्ज खलीफा में 24000 क्लास पैनल लगने वाले थे जिससे यह रकम 3 से 4 अरब के बीच पहुंच गई, जिसके बाद महज 4 महीने में 24000 ऐसे ग्लास पैनल बन गए।
अब बुर्ज खलीफा का काम लगभग पूरा हो चुका था, लेकिन इसकी ऊपरी मंजिल का अंत अभी भी अधूरा था, जहां एक स्टील का पाइप लगाया जाना था, जिसकी लंबाई 136 मीटर थी। और वजन 350 टन था। लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल यह थी कि इतने बड़े और भारी पाइप को इतना ऊंचा कैसे लगाया जाए क्योंकि दुनिया में ऐसी कोई क्रेन नहीं थी जो इतनी ऊंचाई पर इतना पाइप रख सके और न ही कोई हेलीकॉप्टर 350 टन वजन उठा सके लेकिन यह काम करना जरूरी था।
तब एक इंजीनियर ने एक अद्भुत उपाय बताया, उसने कहा कि इस पाइप को अलग-अलग टुकड़ों में उठाकर भवन के अंदर ले जाकर जोड़ा जाए और यह तरीका सफल रहा। जिसके बाद जैकिंक की मदद से इस पाइप को सही स्थिति में ले जाया गया। इस पाइप के लग जाने के बाद इस भवन का काम लगभग पूरा हो गया था।
दुबई का ये अजूबा लोगों को काफी पसंद आया
लेकिन बुर्ज खलीफा के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि जब 2004 में इसका डिजाइन बनाया जा रहा था, तब लोगों को यह भी नहीं पता था कि इसका पूरा डिजाइन कैसा होगा क्योंकि निर्माण कार्य शुरू होने के बाद भी इसके डिजाइन पर काम किया जा रहा था। और काम शुरू होने के 3 साल के अंदर ही इसने रिकॉर्ड बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी, 2007 में इसने सियर्स टॉवर का बिल्डिंग विथ द मोस्ट फ्लोर्स का रिकॉर्ड तोड़ कर अपने नाम किया।
7 अप्रैल 2008 को बुर्ज खलीफा 629 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया का टॉलेस्ट मैन मेड स्ट्रक्चर बन गया, और 636 मीटर की ऊंचाई के बाद MR ने ये ऐलान किया की इसके पूरे होने तक इसकी ऊंचाई को गुप्त रखा जाएगा पहले बुर्ज खलीफा की ऊंचाई ताइपे 101 की ऊंचाई से कुछ ही मीटर अधिक थी, लेकिन इसकी संरचना इतनी मजबूत थी कि इसकी ऊंचाई लगभग 300 मीटर तक बढ़ा दी गई थी।
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अबू धाबी के राष्ट्रपति खलीफा बिन जायद की मदद लेनी पड़ी और उनकी आर्थिक मदद से यह काम आगे बढ़ सका, आपको बता दें कि पहले इस टावर का नाम बुर्ज टावर था लेकिन जब राष्ट्रपति की मदद से इसे बनाया गया तो उनके सम्मान में इस इमारत का नाम बुर्ज खलीफा कर दिया गया और अक्टूबर 2009 में इस इमारत के काम को पूरा करने के बाद 4 जनवरी 2010 को इसकी ओपनिंग की गई और इस मौके पर लोगों ने पहली बार दुबई के इस अजूबे को देखा और लोगों ने इसे काफी पसंद भी किया।
रोचक तथ्य
- बुर्ज खलीफा के निर्माण में कुल 12000 श्रमिकों ने मिलकर काम किया और इसे बनाने में 6 साल का समय लगा।
- बुर्ज खलीफा को बनाने में 1.5 अरब डॉलर यानी 114 अरब रुपये का खर्च आया था।
- बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 828 मीटर यानी 2717 फीट है, जो तीन एफिल टावर के बराबर है। और बुर्ज खलीफा की ऊंचाई इतनी अधिक है कि आप इसे 100 किलोमीटर दूर से भी देख सकते हैं।
- बुर्ज खलीफा में कुल 24000 विंडो ग्लास पैनल हैं।
- आपको बता दें कि बुर्ज खलीफा में कुल 163 फ्लोर हैं और दुनिया का सबसे ऊंचा रेस्टोरेंट भी बुर्ज खलीफा में मौजूद है जो 122वें फ्लोर पर मौजूद है।
- 2012 तक इस इमारत का लगभग 80% लोगों द्वारा उपयोग के लिए लिया गया था, और इस इमारत में दुनिया का सबसे तेज़ लिफ्ट भी स्थापित किया गया है।
- बुर्ज खलीफा को बनाने के लिए 1 लाख हाथियों के बराबर कंक्रीट और A380 हवाई जहाज के बराबर एल्यूमीनियम का इस्तेमाल किया गया था।
Follow Us On :
- Vegan का मतलब क्या है, ये कौन होते हैं?
- Vegan में आप किस तरह का खाना खा सकते है क्या है इसके फायदे और नुकसान
- वीगन आहार अपनाना बच्चों और गर्भवती महिलाओं के साबित हो सकता है खतरनाक
- वीगन डाइट अपनाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है या बुरा, जानिए विशेषज्ञ इस डाइट की क्यों कर रहे है वकालत ?
- उबली हुई चाय की पत्तियों के ये 5 फायदे जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
- वाइन शराब से बेहतर क्यों है? साथ ही जानिए, वाइन किस-किस चीज से बनाई जाती है
- ‘अजीनोमोटो (Ajinomoto)’ जो आपके खाने का स्वाद तो बढ़ाता है, लेकिन आपकी कीमती जान का दुश्मन भी है
- घर बैठे इन पांच चीजों का सेवन कर अपनी इम्युनिटी पॉवर कर सकते है बूस्ट
- अजवाइन की चाय फ्लेवर के साथ हमारी सेहत का भी रखती है ख्याल, जानिए क्या है इसके फायदे
- टमाटर का ज्यूस (Tomato Juice) आपके इम्यूनिटी सिस्टम को इस तरह करता है मजबूत
- किसी भी कंपनी में इन कारणों से छोड़ते है लोग नौकरी
- ये डिवाइस आपके Work From Home को बना देंगे आसान, अच्छी प्रोडक्टिविटी में करेंगे मदद
- Black Fungus Infection आपकी आंखो की रोशनी के साथ आपकी जान भी ले सकता है, जानें कितना खतरनाक है ये इंफेक्शन
- डायबिटीज को इस तरह से किया जा सकता है कंट्रोल..अपनाये ये तरीके
- गर्मियों में पुरुष इन तरीकों को अपनाकर रख सकते है अपनी स्किन की देखभाल
- जी-स्पॉट है क्या और ये होता कहां है, आखिर गूगल भी क्यों नहीं बता पा रहा ?
- ये नेचुरल लुब्रिकेंट्स (Natural Lubricants) आपके सेक्स अनुभव को बनाते है खास
- बुढ़ापे में रखें इस तरह ध्यान तो हमेशा रहेंगे स्वस्थ, मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए अपनाए ये तरीके...
- जितना कहा जाता है उतना गुणकारी नहीं है दूध, फिर भी गाय पर क्रुरता कर रहा इंसान
- कॉफी (Coffee) पीने के फायदे अधिक या नुकसान...
- बुर्के के अलावा मुस्लिम महिलाओं के कई अन्य कपड़ों की भी अक्सर चर्चा होती, जानिए कौनसे है वो ?
- ये तीन योगासन करने से पीरियड्स के दौरान नहीं होगा दर्द...
- यदि लड़कियों में है ये 5 गुण तो शादी के बाद अपने ससुराल में हमेशा रहती है खुश
- गर्मियों में चिलचिलाती धूप से चेहरे की चमक गायब होने का है डर, तो करें ये उपाय
- घर में रखे नींबू सूख चुके है और कचरे में फेकने की सोच रहे है तो पहले इसके फायदे जान लें
- जानिए, 2-DG दवा कोरोना संक्रमित मरीज के शरीर में कैसे करती है काम...इसका किस तरह करें उपयोग ?
- कोरोना वायरस एयरोसोल्स हवा में 2 नहीं 10 मीटर तक फैल सकता है
- क्या होता है नौतपा, इसका गर्मी और बारिश से क्या है संबंध ?
- Murud Janjira Fort : समुद्र के बीच में बना ऐसा किला जिसे ब्रिटिश, पुर्तगाली, और शिवाजी महाराज तक नहीं जीत सकें
- बुर्ज खलीफा : 6 साल में कैसे खड़ा हो गया बुर्ज खलीफा का ढांचा, जानिए 828 मीटर ऊंची इमारत का इतिहास
- Amer Fort : जयुपर शहर की अरावली की ऊंची पहाडी पर बना आमेर का किला, जानिए पूरा इतिहास ?
- अकल्पनीय मूर्तिकला और अद्भुत शिल्पकला के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर है खजुराहो के मंदिर
- अगर सरदार पटेल नहीं होते तो आज भारत का नक्शा कैसा होता ?
- कहां से शुरू हुआ पाकिस्तान-चीन की दोस्ती का सफर, दोनों की दोस्ती की वजह क्या भारत भी रहा ?
- ताइवान और चीन ने कैसे शुरू किया झगड़ा ? कब लागू हुई 'वन चाइना पॉलिसी'
- इजरायल और फिलिस्तीन के बीच खराब होते हालात की क्या है वजह, यरूशलेम पर क्या है विवाद ?
- इजराइल और फिलिस्तीन के बीच विवाद पैदा कैसे हुआ, इजराइल ने 7 देशों को एकसाथ कैसे दी थी मात ?
- मार्क्सवाद क्या है, दुनिया को इस तरह के विचारों की जरूरत क्यों पड़ी ?
- मार्क्सवाद के मौलिक सिद्धांत : 20 वीं सदी में दुनिया के एक बड़े हिस्से को प्रभावित करने वाली विचारधारा
- रूस और चीन में मार्क्सवाद, मार्क्सवाद ने दुनिया को कैसे विभाजित किया ?
- भारत में मार्क्सवाद और मार्क्सवादी विचारों का प्रवेश, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना
- पूंजीवाद क्या है, पूंजीवाद ने इन देशों के आर्थिक विकास में बहुत योगदान दिया है?
- दुनिया में ऐसे तानाशाह भी हुए जिन्होनें क्रुरता की सारी हदें पार दी, जानिए कुछ ऐसे ही तानाशाहों के बारें में
- आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम क्या है, जिसने इज़राइल को बचाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ?
- "कोई तो रोक लो इस कोरोना को...",गांवों में तेजी से फैलता संक्रमण और बदहाल चिकित्सा सुविधाएं
- कब्रिस्तानों और श्मशान में शवों के ढेर, असहाय अस्पताल, ऑक्सीजन के लिए भटकते परिजन.....
- बाहर घर में या कहीं भी लग रहा है करंट का झटका तो 5G हो सकता है कारण ?
- भारत में हो रही रिकॉर्ड मौतों का कारण कोरोना नहीं..5G टेस्टिंग है, जानिए सच्चाई ?
- दुनिया की 10 बड़े नेताओं की दिल दहला देने वाली हत्याएं
- दुनिया के ऐसे देश जहां रेप करने के बाद भी ये काम करने से माफ हो जाती है सजा
- दुनिया के वे देश जो ईश्वर में विश्वास नहीं रखते...दुनिया के सबसे नास्तिक देश
- इन खूबसूरत विरासतों को आतंकवादियों ने तबाह कर दिया
- आईपीएल के इतिहास में अब तक के टॉप 10 सबसे लंबे छक्कें
- अंडरवर्ल्ड दाऊद का क्या है बॉलीवुड कनेक्शन, दाऊद के जीवन को बड़े पर्दे पर दिखाने के लिए बॉलीवुड इतना उत्सुक क्यों है?
- सलमान खान कभी जैकी श्रॉफ के असिस्टेंट डायरेक्टर हुआ करते थे, कपड़ों से लेकर जूतों तक का रखते थे ख्याल
- रामायण काल में अगर ये 5 महिलाएं नहीं होती, तो न भगवान राम होते ना ही रावण
- वाल्मीकि की 'रामायण' और तुलसी दास की 'रामचरितमानस' दोनों ग्रंथों में समानता और अंतर ?
- रामायण के वो पांच महाझूठ जिन्हें बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया
- भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिए गीता के ये 6 उपदेश जीवन को सफल बनाने में करते है मदद
- महाभारत : कुरुक्षेत्र की लड़ाई के सबसे बड़े खलनायक धृतराष्ट्र ने किये थे ये पाप
- कर्ण और अर्जुन के संग्राम में कर्ण का वध कैसे हुआ ?
- 7 ऐसे कारण हैं जो नहीं होते तो कर्ण का अर्जुन के हाथों मरना असंभव होता
- 'हिरण्यकश्यप अपने पुत्र प्रहलाद को क्यों मारना चाहता था', जानिए होलिका दहन से जुडी सबसे लोकप्रिय पौराणिक कथा ?
- हिंदू मान्यताओं में चैत्र माह के पहले दिन को ही क्यों मनाया जाता है नववर्ष
- रतन टाटा : एक ऐसे सफल बिजनेसमैन जो संघर्ष से शिखर तक पहुंचे
- SBI Credit Card को बंद, और बंद कार्ड को एक्टिवेट कैसे करें ?
- क्या आपको कलेक्टर या कोई पुलिस अधिकारी थप्पड़ या मारपीट कर सकते है ?
- राजस्थान : मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े उन सवालों के जवाब जो आप जानना चाहते है ?
No comments:
Post a Comment